गंजेपन की समस्या Baldness Problem

कई बार सिर पर चोट लगने, बीमारियां, डायबिटीज, ल्यूकेमिया, क्षय, दाद, एक्जीमा आदि से भी हमारे सिर के बाल धीरे-धीरे झडऩे लगते हैं। बालों का इस तरह झडऩा ही बढ़ते हुए यह गंजेपन का रूप ले लेता है। चिंता, परेशानी, सदमा और दुर्घटना से भी सिर के बाल गिरने लगते हैं। लेकिन कुछ आयुर्वेदिक उपाय ऐसे भी हैं जिन्हें आजमाकर गंजेपन की समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है साथ ही बालों को मजबूत और सुंदर बनाया जा सकता है। आवश्यक पोषक तत्वों की कमी जैसे आयोडिन, विटामिन बी कॉम्पलेक्स, आयरन, तांबा, विटामिन ए की कमी से भी हमारे शरीर पर बुरा प्रभाव पड़ता है। परिणामस्वरूप सिर के बाल रूखे होने लगते हैं और धीरे-धीरे उनका टूटना और गिरना शुरु हो जाता है। इसलिए ऐसे में अंकुरित गेहूं, चना, मूंग आदि खाना बहुत लाभदायक है। साथ ही भोजन में पनीर, सिंघाड़ा, पालक बथुआ, मटर, टमाटर आदि के साथ ही सलाद भी लेते रहना चाहिए। -


रोजाना तीन माह तक सुबह खाली पेट काला तिल व भृंगराज बराबर मात्रा में मिलाकर चबाकर खाने से बाल लंबे व घने हो जाते हैं और बालों का झडऩा बंद हो जाता है। गंजे वाले स्थान पर अमरबेल का लेप नियमित रूप से एक महीने तक करना लाभदायक होता है। इसके काढ़े से सिर धोले से बाल बढऩे के साथ ही काले भी होने लगते हैं। सिर के बाल झड़ रहे हों तो सरसों के पत्तों को जलाकर बनाया गया लेप नियमित रूप से लगाएं कुछ ही दिनों के बाद फिर बाल उगने लगेंगे। -


कैस्टर ऑयल अर्थात एरण्ड का तेल भी काफी उपयोगी है। रोजाना दो महीने तक रात में इसके तेल से सिर पर मालिश करने से गंजापन दूर हो जाता है। गंजेपन के स्थान पर जमालगोटे के बीजों का लेप नींबू के रस के साथ करें, फिर थोड़ी देर बाद सिर धो लें। कुछ ही दिनों में अच्छा असर दिखने लगेगा। नारियल तेल में धतूरे के रस को मिलाकर पंद्रह दिनों तक रोजाना नहाने से पहले लगाएं, कुछ ही महीनों में फायदा दिखने लगेगा। -


गोमूत्र में इंद्रायण की जड़ को पीसकर नियमित गंजेवाले स्थान पर लगाएं, कुछ ही महीने बाद सिर पर बाल उगने लगेंगे।बबूल की कच्ची पत्तियों को पीसकर सिर पर लगाएं, फिर सिर धो लें, ऐसा चार-पांच महीने तक करने पर सिर पर बाल उगने लगेगे।


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